![]() |
| Img |
🌞 राजस्थान में घरेलू सौर उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी! बढ़ी फीड-इन टैरिफ दरें
राजस्थान में सौर ऊर्जा अपनाने वाले घरेलू उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत और खुशखबरी सामने आई है। राजस्थान डिस्कॉम्स ने घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं के लिए फीड-इन टैरिफ (Feed-in Tariff) दरों में वृद्धि की घोषणा की है। इसका सीधा फायदा अब उन उपभोक्ताओं को मिलेगा जो सोलर रूफटॉप सिस्टम के जरिए अतिरिक्त बिजली ग्रिड में सप्लाई करते हैं।
✅ आखिर फीड-इन टैरिफ होता क्या है?
फीड-इन टैरिफ वह दर है जो बिजली कंपनी (डिस्कॉम) ग्रिड में भेजी गई अतिरिक्त बिजली के बदले सौर ऊर्जा उपभोक्ताओं को चुकाती है।
यानी आप जितनी बिजली खुद उपयोग नहीं करते और ग्रिड में भेजते हैं, उस पर आपको प्रति यूनिट के हिसाब से भुगतान मिलता है।
📈 क्या बदलाव किए गए हैं?
राजस्थान डिस्कॉम्स ने नई दरें जारी की हैं, जिसके अनुसार:
| श्रेणी | पुरानी फीड-इन टैरिफ दर | नई फीड-इन टैरिफ दर |
|---|---|---|
| नेट मीटरिंग व्यवस्था | ₹2.71 प्रति यूनिट | ₹3.26 प्रति यूनिट |
| नेट बिलिंग व्यवस्था | ₹3.04 प्रति यूनिट | ₹3.65 प्रति यूनिट |
➡️ यह संशोधन केवल घरेलू (Residential) सौर उपभोक्ताओं के लिए लागू होगा।
🌟 इससे उपभोक्ताओं को क्या लाभ होगा?
-
✅ सोलर सिस्टम पर निवेश की रिकवरी पहले से तेज़ होगी
✅ बिजली बिलों में और अधिक बचत होगी
-
✅ सौर ऊर्जा अपनाने के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ेगा
-
✅ राज्य में ग्रीन एनर्जी का उत्पादन और योगदान बढ़ेगा
🏠 कौन से उपभोक्ता होंगे लाभान्वित?
-
जिन घरों में रूफटॉप सोलर सिस्टम इंस्टॉल है
-
नेट मीटरिंग या नेट बिलिंग प्रणाली का उपयोग करते हैं
-
अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजते हैं
💡 नेट मीटरिंग बनाम नेट बिलिंग
| विवरण | नेट मीटरिंग | नेट बिलिंग |
|---|---|---|
| बिलिंग तरीका | उपभोग – उत्पादन के अंतर पर बिल | उपभोग अलग, उत्पादन की यूनिट अलग से खरीदी जाती है |
| दर का लाभ | ₹3.26 प्रति यूनिट | ₹3.65 प्रति यूनिट |
| उपयोग | छोटे उपभोक्ता, घरेलू स्तर | अधिक उत्पादन वाले उपभोक्ता |
🌍 क्यों है यह निर्णय महत्वपूर्ण?
राजस्थान पहले से ही सौर ऊर्जा उत्पादन में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। अब फीड-इन टैरिफ बढ़ने से न सिर्फ घरेलू उपभोक्ता प्रोत्साहित होंगे, बल्कि राज्य का लक्ष्य—सौर ऊर्जा को मुख्यधारा की बिजली बनाना—और अधिक सशक्त होगा।
📢 निष्कर्ष
राजस्थान सरकार और डिस्कॉम्स का यह कदम सौर ऊर्जा अपनाने वाले उपभोक्ताओं के लिए बेहद सकारात्मक है। यदि आप भी अभी तक रूफटॉप सोलर सिस्टम नहीं लगाए हैं, तो अब यह सही समय है। इससे न सिर्फ आपकी बचत होगी, बल्कि आप स्वच्छ ऊर्जा के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देंगे।

0 टिप्पणियाँ