सोलर इन्वर्टर और सोलर पीसीयू में क्या अंतर है।

सोलर इन्वर्टर और सोलर पीसीयू क्या है और इनमेंं क्या अंतर है। 


सोलर इन्वर्टर का काम सोलर पनेल्स् से जुड़कर बैटरी को चार्ज करना है और यह बैटरी तब तक चार्ज करता है जब तक बैटरी फूल चार्ज (14.2V)नहीं हो जाती!
बैटरी के फुल चार्ज हो जाने के बाद इन्वर्टर लोड को बैटरी के द्वारा चलाता है। इसमें यह मैंन पावर को युज़ नहीं करता है। यह एक नोर्मल सौर इन्वर्टर का काम है इसमें किसी भी तरह के कोई और फंक्शन नहीं मिलते है। नोर्मल सोलर इन्वर्टर में PWM चार्ज टेक्नोलॉजी युज़् होती है जो की बैटरी को चार्ज करने में मदद करता है PWM टेक्नोलॉजी क्या है इसके बारे में आपको पिछले ब्लॉग में देखना होगा वहां पूरी जानकारी आपको मिल जाएगी या फिर नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर सकते है। 



                                                             PWM based Solar Inverter 

                                                    PWM based Solar Charge Controller




  अब बात करते है सोलर पीसीयू की 
सोलर पीसीयू एक Power Conditioning Unit है जो की सोलर से बैटरी को चार्ज और कई तरह के मोड के साथ आता है जिसमें में अलग अलग़ एरिया के लिए अलग अलग़ मोड दिए गये हैं और ये सोलर पीसीयू MPPT टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है जो भी पैनल और बैटरी के वोल्टेज को सेट करके ज्यादा से ज्यादा पावर बैटरी को चार्ज करने में देता है यह PWM से ज्यादा अच्छा है। इसमें हम 30% तक वोल्टेज को बड़ा सकते है जिससे की ज्यादा से ज्यादा पावर पनेल्स् से ले सके। इसमें 3 तरह के मोड होते है 

PCU MODE
HYBRID MODE 
SMART MODE 

       MPPT based Solar charge Controller 




पीसीयू मोड़ कहा यूज़ होगा?
पीसीयू मोड़ वहां यूज होगा जहां पर पावर कट सबसे कम होता है या पावर 20 से 24 घंटे आती हो।


पीसीयू मोड़ काम कैसे करता है?
पीसीयू मोड ओन होने पर लोड सबसे पहले 
                   सोलर 
                    👇
                   बैटरी 
                    👇
                   ग्रिड

           से चार्ज करेगा 
मतलब अगर सोलर उपलब्ध है तो पहले सोलर से फिर बैटरी से उसके बाद ग्रिड से लोड को चलायेगा।


हाइब्रिड मोड कहाँ यूज होगा?
हाइब्रिड मोड  को हम उन जगहों पर यूज़ करते है जहां सबसे ज्यादा पावर कट होता है मतलब जिस जगह 10 से 20 घंटे पावर नहीं आती है।


हाइब्रिड मोड कैसे काम करता है?
हाइब्रिड मोड़ ओन करने पर लोड के लिए सबसे पहले

                     ग्रिड 
                     👇
                    सोलर
                     👇
                    बैटरी

मतलब सबसे पहले लोड ग्रिड से चलेगा अगर नहीं है तो सोलर से उसके बाद बैटरी से लोड को चलायेगा।

चार्ज के लिए 

                   सोलर
                     👇
                    ग्रिड 



स्मार्ट मोड कहाँ यूज होता है?
स्मार्ट मोड उन जगहों पर यूज़ करते है जहां पावर कट 5 से 7 घंटे रहता है मतलब जहां पावर कट मीडियम हो।


स्मार्ट मोड कैसे काम करता है?
स्मार्ट मोड ओन करने पर लोड दिन के लिए सबसे पहले

                  सोलर 
                    👇
                   बैटरी 
                    👇
                   ग्रिड


और रात के लिए

                   ग्रिड 
                    👇
                   बैटरी

ये तीनोंं मोड नोर्मल इन्वर्टर में नहीं आते है आजकल जो हाई टेक पीसीयू आ रहे हैं उन्हीं में आपको ये मोड दिखेंगे जिनमें एमपीपीटी सबसे बेस्ट है सोलर के लिए।


तो नोर्मल सोलर इन्वर्टर और सोलर पीसीयू में यही अंतर है। 



यूट्यूब लिंक


@Shriramsolar 

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