अगर कोई अंतरिक्ष यात्री चांद पर उतरने के बाद अपना स्पेस सूट खोल देता है, तो वह तुरंत मर जाएगा। चांद के वातावरण में ऑक्सीजन नहीं है, इसलिए अंतरिक्ष यात्री की सांस रुक जाएगी। इसके अलावा, चांद की सतह पर दबाव पृथ्वी की सतह के दबाव का एक सौवां हिस्सा है। इसका मतलब है कि अंतरिक्ष यात्री की छाती फट जाएगी।
यहाँ चांद पर बिना स्पेस सूट के होने के कुछ विशिष्ट प्रभाव दिए गए हैं:
* **ऑक्सीजन की कमी:** चांद के वातावरण में ऑक्सीजन नहीं है, इसलिए अंतरिक्ष यात्री की सांस रुक जाएगी। लगभग 15 सेकंड के बाद, अंतरिक्ष यात्री बेहोश हो जाएगा। लगभग 3 मिनट के बाद, अंतरिक्ष यात्री मर जाएगा।
* **कम दबाव:** चांद की सतह पर दबाव पृथ्वी की सतह के दबाव का एक सौवां हिस्सा है। इसका मतलब है कि अंतरिक्ष यात्री की छाती फट जाएगी। यह तब होता है जब रक्त वाहिकाओं में मौजूद गैसें बाहर निकलने लगती हैं।
* **अत्यधिक गर्मी और ठंड:** चांद पर दिन का तापमान 250 डिग्री फ़ारेनहाइट (121 डिग्री सेल्सियस) तक पहुँच सकता है, जबकि रात का तापमान -270 डिग्री फ़ारेनहाइट (-168 डिग्री सेल्सियस) तक गिर सकता है। बिना स्पेस सूट के, अंतरिक्ष यात्री या तो जल जाएगा या जम जाएगा।
चांद पर अंतरिक्ष यात्री की सुरक्षा के लिए, उन्हें हमेशा स्पेस सूट पहनना होता है। स्पेस सूट अंतरिक्ष यात्रियों को ऑक्सीजन, दबाव और तापमान प्रदान करते हैं।
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