✈️ एयरप्लेन में ब्लैक बॉक्स क्या होता है? पूरी जानकारी हिंदी में 📦🛬

Black Box 


ब्लैक बॉक्स विमान का एक महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरण होता है जो किसी भी विमान दुर्घटना के बाद जांच में मदद करता है। इसका असली नाम होता है:


FDR (Flight Data Recorder)

CVR (Cockpit Voice Recorder)


ये दोनों मिलकर "ब्लैक बॉक्स" कहलाते हैं।



🔷 ब्लैक बॉक्स का रंग कैसा होता है?

➡️ नाम भले ही "ब्लैक बॉक्स" है, लेकिन ये नारंगी (Orange) रंग का होता है ताकि दुर्घटना के बाद आसानी से ढूंढा जा सके।



🔶 ब्लैक बॉक्स कैसे काम करता है?

1. FDR – फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर:


यह विमान के टेक्निकल डाटा को रिकॉर्ड करता है जैसे:


* स्पीड (गति)

* अल्टीट्यूड (ऊंचाई)

* इंजन की स्थिति

* पिच, रोल और यव (दिशा नियंत्रण)

* ऑटो पायलट सेटिंग्स


👉 यह लगभग 25 घंटों तक का डाटा स्टोर करता है।




2. CVR – कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर:


यह विमान के कॉकपिट में मौजूद पायलट और को-पायलट की बातचीत, अलार्म की आवाज़, रडार की आवाज़ आदि को रिकॉर्ड करता है।


👉 यह आमतौर पर 2 घंटे की रिकॉर्डिंग रखता है।




 🔷 ब्लैक बॉक्स कैसे बचता है दुर्घटना में?

ब्लैक बॉक्स को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह:


* 1100°C तक की आग को झेल सकता है

* 3400 G-force तक की टक्कर सह सकता है

* 30 दिनों तक पानी के अंदर भी सुरक्षित रह सकता है (Beacon के जरिए सिग्नल देता है)




🔶 ब्लैक बॉक्स का उपयोग क्यों किया जाता है?

ब्लैक बॉक्स का मुख्य उपयोग विमान दुर्घटना या किसी तकनीकी खराबी के बाद जांच में मदद करने के लिए होता है, ताकि यह पता चल सके कि दुर्घटना का कारण क्या था।




🔷 ब्लैक बॉक्स कैसे ढूंढा जाता है?

इसमें एक अंडरवाटर लोकेटर बीकन (ULB) होता है जो पानी के अंदर 30 दिनों तक "पिंग" करता है।

* जांच टीम इस सिग्नल को पकड़ कर ब्लैक बॉक्स का स्थान पता करती है।



 📌 निष्कर्ष (Conclusion):-

ब्लैक बॉक्स एक ऐसा यंत्र है जो विमान के हर मूवमेंट और आवाज को रिकॉर्ड करता है। ये जानकारी विमान दुर्घटना की जांच में अमूल्य साबित होती है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।


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