क्या अलग अलग वाट के पैनल को आपस में जोड़ा जा सकता है ?(CAN WE CONNECT TWO DIFFERENT SOLAR PANEL EACH OTHER?)








सोलर पैनल को हम मैनली दो तरीको से जोड़ सकते है एक है सीरीज और दूसरा पैरेलल इन दोनों तरीको से ही हम सोलर पैनल के कनेक्शन कर सकते है सोलर पैनल के कनेक्शन सोलर इन्वर्टर के वोल्टेज पर निर्भर करता है





पैरेलल कनेक्शन 


जब भी हम सोलर पैनल के पैरेलल कनेक्शन करते है तो हमारा टोटल करंट हमेशा जुड़ता है जबकि वोल्टेज में किसी प्रकार का कोई भी चेंज नहीं होता है!

पैरेलल कनेक्शन में सोलर पेनल्स के सभी पॉजिटिव वायर को एक साथ और नेगेटिव वायर को एक साथ जोड़ा जाता है और लास्ट में एक पॉजिटिव और एक नेगेटिव वायर सोलर इन्वर्टर या बैटरी पर चला जाता है !


 पैरेलल कनेक्शन हमेशा सोलर पैनल के करंट को बढ़ाने में किया जाता है इसमें टोटल वोल्टेज एक ही पैनल का काउंट होता है परन्तु करंट टोटल पैनल का ऐड होता है!









जैसा की आप ऊपर दिए गए चित्र में देख रहे है 3 सोलर पैनल एक ही वोल्टेज के दिए हुए है तीनो पैनल का करंट भी सेम है पैरेलल कनेकशन में आप देख सकते है तीनो पैरेलल कनेक्शन में सोलर पेनल्स के सभी पॉजिटिव वायर को एक साथ और नेगेटिव वायर को एक साथ जोड़ा जाता है और लास्ट में एक पॉजिटिव और एक नेगेटिव वायर सोलर इन्वर्टर या बैटरी पर चला जाता है !
 अब इसमें टोटल वॉल्ट्ज 6V रहेगा और टोटल करंट ऐड होकर 9A हो जायेगा!






 पेरेलल कनेक्शन अलग अलग वोल्टेज और करंट के साथ 


अब बात करते है अगर वोल्टेज और करंट सोलर पैनल के अलग अलग हो तो फिर उस स्थिति में क्या रहेगा कैसे जुड़ेगा और वोल्टेज और करंट क्या रहेगा!






तो देखिये इस चित्र  में आपको 3 पैनल अलग अलग वोल्टेज और अलग करंट मिलेंगे जिसमे  3 किसी का 7 किसी का 9 है और करंट भी ललग अलग है !


इसमें करंट तो ऐड होगा क्यों की पेरेलल कनेक्शन है परन्तु इसमें वोल्टेज हमेशा जो पैनल छोटा है 
मतलब जिस पैनल का वोल्टेज सबसे कम होगा उसी का काउंट किया जायेगा उस हिसाब से इसमें 
टोटल करंट तो 9A हो जायेगा पर वोल्टेज केवल 3V ही मानां जायेगा इस गजह हमें वॉल्टज का नुकसान होगा!





सीरीज कनेक्शन 
 
 जब भी हम सोलर पैनल के सीरीज कनेक्शन करते है तो हमारा टोटल वोल्टेज हमेशा जुड़ता है जबकि करंट में किसी प्रकार का कोई भी चेंज नहीं होता है!

सीरीज कनेक्शन में सोलर पेनल्स के पॉजिटिव वायर को नेगेटिव वायर के साथ जोड़ा जाता है और लास्ट में एक पॉजिटिव और एक नेगेटिव वायर सोलर इन्वर्टर या बैटरी पर चला जाता है !


सीरीज कनेक्शन हमेशा सोलर पैनल के वोल्टेज को बढ़ाने में किया जाता है इसमें टोटल करंट एक ही पैनल का काउंट होता है परन्तु वोल्टेज टोटल पैनल का ऐड होता है!




  




आप दिए गए चित्र में देख सकते है तीनो पैनल का वोल्टेज और करंट एक जैसा है सीरीज कनेक्शन में टोटल वोल्टेज हमेशा ऐड होगा और करंट सेम रहेगा इसलिए इसका टोटल वोल्टेज 18v होगा और करंट 3A रहेगा!




सीरीज कनेक्शन अलग अलग वोल्टेज साथ 
  


अब बात कर लेते है सीरीज कनेक्शन अगर अलग अलग वोल्टेज के साथ हो तो क्या रहेगा







इस केस में आप देख सकते है दिखाए चित्र में तीनो पैनल का वोल्टेज अलग अलग है और करंट सेम है तो सीरीज कनेक्शन के हिसाब से वोल्टेज हमेशा जुड़ता है और करंट सेम रहता है इसलिए ओवरआल वोल्टेज 21V होगा और करंट 3A माना जायेगा!








सीरीज कनेक्शन अलग अलग करंट के साथ



अब बात कर लेते है सीरीज कनेक्शन अगर अलग अलग करंट के साथ हो तो क्या रहेगा






इस केस में आप देख सकते है दिखाए चित्र में तीनो पैनल का वोल्टेज अलग अलग है और करंट भी अळग अलग है तो सीरीज कनेक्शन के हिसाब से वोल्टेज हमेशा जुड़ता है और करंट सेम रहता है परन्तु यहाँ करंट 1A ही माना जायेगा क्यों की सबसे छोटा पैनल जो होगा उसी का A काउंट किया जायेगा इस हिसाब से टोटल वोल्टेज 19V होगा और करंट 1A  होगा!


ज्यादा जानकारी के लिए में दो वीडियो शेयर कर रहा हु जिसमे इस टॉपिक के बारे में सब कुछ बताया गया है !

आशा करता हु आपको ये पोस्ट पसंद आई होगी और अगर आपके कुछ प्रश्न है तो आप कमैंट्स के माध्यम से हमें पूछ सकते है 

धन्यवाद 

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