Chandyann-3 |
चंद्रयान-3 का चंद्रमा की सतह से लाइव टेलीकास्ट एक हाइब्रिड तकनीक का उपयोग करके किया जाएगा। चंद्रयान-3 के लैंडर पर एक हाई-रिज़ॉल्यूशन कैमरा लगा होगा जो चंद्रमा की सतह की तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड करेगा। ये तस्वीरें और वीडियो चंद्रयान-3 के प्रमोशनल मॉड्यूल से भेजे जाएंगे, जो एक संचार उपग्रह के रूप में कार्य करेगा। प्रमोशनल मॉड्यूल से तस्वीरें और वीडियो पृथ्वी पर स्थित इसरो के अंतरिक्ष केंद्रों पर भेजी जाएंगी, जहां उन्हें लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।
चंद्रयान-3 के लैंडर पर लगे कैमरे को "चंद्रयान-3 लैंडर कैमरा" या "सीएलसी" कहा जाता है। यह एक पेरिस्कोपिक कैमरा है जिसमें एक 20 मेगापिक्सल का सेंसर और एक 200 मिमी फोकल लंबाई वाला लेंस है। सीएलसी चंद्रमा की सतह की तस्वीरें और वीडियो 1080p गुणवत्ता में रिकॉर्ड कर सकता है।
Moon Picture from Chandyann-3 |
चंद्रयान-3 का प्रमोशनल मॉड्यूल एक 638 किलोग्राम का उपग्रह है जो चंद्रमा की कक्षा में स्थित होगा। यह उपग्रह चंद्रमा की सतह से भेजी गई तस्वीरों और वीडियो को प्राप्त करेगा और उन्हें पृथ्वी पर स्थित इसरो के अंतरिक्ष केंद्रों पर भेजेगा। प्रमोशनल मॉड्यूल में दो 3.6-मीटर व्यास के पैनलों से लैस एक बड़े पैमाने पर एंटीना है जो तस्वीरों और वीडियो को पृथ्वी पर भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
चंद्रयान-3 का लाइव टेलीकास्ट इसरो की वेबसाइट और YouTube चैनल पर उपलब्ध होगा। इसके अलावा, यह कई भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय टीवी चैनलों पर भी प्रसारित किया जाएगा।
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